जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥ दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है? लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि https://d72723.wikipresses.com/4695673/top_shiv_chaisa_secrets