तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। Tags: pati ko vash me karne ke lal https://andersonvtnjc.life3dblog.com/33465712/a-secret-weapon-for-mahakal